जब हक के बदले भीख मिले उम्मीद का दामन फट जाए, जब इज्ज़त गैरत दांव पे हो और बेहतर मुस्तक़बिल सारा, बस “अग्निपथ” में सिमट जाए, जब वादे सारे झूठे निकालें June 23, 2022June 23, 2022 wisidagamage Post Views: 27