इंसानियत, भाईचारा, अमन और सदभावना को लेकर राजसमन्द राजस्थान में एक आपसी संवाद कर्यक्रम का

इंसानियत, भाईचारा, अमन और सदभावना  को लेकर राजसमन्द राजस्थान में एक आपसी संवाद कर्यक्रम का आयोजन गांधी सेवा सदन में आयोजित किया गया। जिसमें देश के ख्यातिनाम साहित्कारों, सामाजिक कार्यकर्ताओ, बुद्धिजीवियों ने भाग लेकर साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाये रखने पर विचार व्यक्त किये। MKSS से RTI activist अरुणा रॉय, निखिल डे, शंकर सिंह के साथ ही दिल्ली से प्रोफेसर अपूर्वानंद, हर्ष मंदर, अशोक वाजपेयी, गुजरात से चारुल एवम विनय महाजन सहित राजसमन्द के सामाजिक स्तर पर सक्रिय समाज के प्रबुद्व नागरिको चिंतको स्वंसेवी संस्थाओ के कार्यकर्ताओं सहित राजसमन्द के Street…

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India – राज्य स्तरीय जवाबदेही यात्रा का शुभारंभ

राज्य स्तरीय जवाबदेही यात्रा का शुभारंभ, जयपुर से।20 दिसंबर 2021 से 45 दिन की दूसरी जवाबदेही यात्रा का सभा और रैली से प्रारम्भ, प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता अरुणा रॉय व पूर्व आईएएस अधिकारी राजेन्द्र भानवत ने झंडी दिखाई।

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किसानों के आंदोलन ने कैसे मोदी सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया

Originally published on http://thewirehindi.com/193752/how-the-farmers-movement-brought-the-modi-government-to-its-knees/ BY अजॉय आशीर्वाद महाप्रशस्त ON 20/11/2021 केंद्र सरकार किसानों की मांगों के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं थी, ख़ुद प्रधानमंत्री ने संसद में आंदोलनकारियों को तिरस्काररपूर्ण ढंग से ‘आंदोलनजीवी’ कहा था. भाजपा के तंत्र ने हर क़दम पर आंदोलन को बदनाम करने और कुचलने की कोशिश की पर किसान आंदोलन जारी रखने के संकल्प पर अडिग रहे. नई दिल्ली: शुक्रवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने के फैसले का ऐलान किया. इतिहास में इसे एक साल लंबे चले किसान…

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रेहड़ी-पटरी वालों को जबरन बेदखल करने के खिलाफ

By yakub mohamod हॉकर्स एक्ट 2014 को पास हुवे आठवाँ साल गुजर रहा है पर अभी तक इस कानून का क्रियान्वयन नही हुआ, रेहड़ी पटरी, फूटपाथ, ठेला व्यवसाईयों का नो वेंडिंग जोन के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। उनके व्यवसाय करने के स्थान से बेदखल करके, इन गरीब वैंडर्स का सामान जब्त किया जा रहा है। इसको रोकने हेतु, आयुक्त महोदय को ज्ञापन दिया गया, और जब तक वेंडिंग जॉन नही बने, तब तक इनको बेदखल नही किया जाय।

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मानव अधिकार कानून नेटवर्क (एचआरएलएन) द्वारा जयपुर में आवास अधिकार प्रशिक्षण

Housing rights training by HUMAN RIGHTS LAW NETWORK (HRLN) at JAIPUR,  completed on 20 October 2021. हृयूमन राईट्स लाँ नेटवर्क (HRlN) न्ई दिल्ली द्वारा आवास अधिकारों पर जयपुर में 2 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन  किया गया। जिसमें  श्रमिक, मजदूर बस्तियों में क्ई वर्षो से निवासरत लोगों के अधिकारो का हनन ना हो उस पर चर्चा की गई। नगर नियोजन, मास्टर प्लान एवम आवास अधिकार की कानूनी समझ बनाने हेतु प्रतिभागियों को समूह कार्य करवा कर, प्रेजेंटेशन करवाया गया। मुख्य फेसिलिटेटर आनंद लखन, और हैदर अली, रमेश भटनागर, ने विषय पर…

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भारत-सांप्रदायिक विरोधी दिवस! 25 अक्टूबर, 2021

एसएजीडीएफ केंद्रीय समिति बांग्लादेश के कुमिला जिले में हुई घटना की कड़ी निंदा करती है। किसी को भी धर्म के नाम पर हमला करने का अधिकार नहीं है। हमें लगता है कि सभी नागरिक समाज राष्ट्रीय अखंडता के लिए एक साथ आते हैं। हम सरकार से दोषियों पर तत्काल कार्रवाई करने की अपील करते हैं और हमें उम्मीद है कि सरकार ऐसा करेगी। Yakub Mohammed,Secretary General,SAGDF

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एशिया कम्यून (समुदाय)  की आवश्यकता

एशिया कम्यून एशियाई नागरिक समाज का नागरिक आंदोलन है।इसमें भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान, पाकिस्तान, मालदीव, मलेशिया, वियतनाम, कंबोडिया आदि जैसे देश शामिल हैं। इन देशों में कई समस्याएं है जैसे अज्ञानता ,कुपोषण, स्वास्थ्य समस्याएं , पिछड़ेपन की बुराइयों के साथ बड़े पैमाने पर गरीबी एवं अज्ञानता , तकनीकी पिछड़ापन, भारत और पाकिस्तान के प्रमुख राज्यों के बीच क्षेत्रीय विवाद, आंतरिक ध्रुवीकरण जो लगभग प्रत्येक राज्य में शांति और अखंडता के लिए खतरा हैं और साथ ही निर्वाचकों के बीच में आपसी समझ की कमी जैसी समस्याएं इन देशों के…

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एशिया कम्यून (समुदाय)  की आवश्यकता

एशिया कम्यून एशियाई नागरिक समाज का नागरिक आंदोलन है।इसमें भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, भूटान, पाकिस्तान, मालदीव, मलेशिया, वियतनाम, कंबोडिया आदि जैसे देश शामिल हैं। इन देशों में कई समस्याएं है जैसे अज्ञानता ,कुपोषण, स्वास्थ्य समस्याएं , पिछड़ेपन की बुराइयों के साथ बड़े पैमाने पर गरीबी एवं अज्ञानता , तकनीकी पिछड़ापन, भारत और पाकिस्तान के प्रमुख राज्यों के बीच क्षेत्रीय विवाद, आंतरिक ध्रुवीकरण जो लगभग प्रत्येक राज्य में शांति और अखंडता के लिए खतरा हैं और साथ ही निर्वाचकों के बीच में आपसी समझ की कमी जैसी समस्याएं इन देशों के…

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